हम जानते हैं कि देश में लाखों युवा अपनी पहली नौकरी की तलाश में हैं और उन्हें शुरुआती प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है। इसी समस्या को हल करने और देश में एक स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करने के उद्देश्य से, केंद्र सरकार एक नई और शानदार स्कीम लेकर आई है। इस ‘अपॉइंटमेंट लिंक्ड इंसेंटिव’ (ELI) स्कीम के तहत, पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को सरकार की ओर से सीधी आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह फायदा प्राइवेट कर्मचारियों को भी मिलेगा।
क्या है ELI Scheme और इसका उद्देश्य?
हम आपको बता दें कि इस योजना का पूरा नाम अपॉइंटमेंट लिंक्ड इंसेंटिव (ELI) स्कीम है। केंद्र सरकार इस योजना को 1 अगस्त 2025 से लागू करने जा रही है। इस स्कीम का मुख्य लक्ष्य देश के युवाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहित करना और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए एक कुशल वर्कफोर्स का निर्माण करना है। सरकार ने इस योजना के लिए ₹99,446 करोड़ का बजट पास किया है। इस स्कीम की खास बात यह है कि इससे सिर्फ कर्मचारियों को ही नहीं, बल्कि नौकरी देने वाली कंपनियों को भी फायदा होगा। कंपनियों को प्रति कर्मचारी के हिसाब से हर महीने ₹3000 तक का इंसेंटिव दिया जाएगा।
कर्मचारियों को कैसे मिलेगा ₹15000 का फायदा?
इस योजना के अंतर्गत, उन कर्मचारियों को लाभ मिलेगा जो पहली बार नौकरी कर रहे हैं और जिनकी मासिक सैलरी ₹1,00,000 तक है। सरकार ऐसे कर्मचारियों को उनकी एक महीने की EPF सैलरी के बराबर इंसेंटिव देगी, जिसकी अधिकतम सीमा ₹15,000 तय की गई है।
- किसे माना जाएगा पहली बार नौकरी करने वाला? जिस व्यक्ति का PF (Provident Fund) अकाउंट पहली बार खुलेगा, उसे इस स्कीम के तहत पहली बार नौकरी करने वाला माना जाएगा। अगर आपने पहले कहीं नौकरी की है लेकिन आपका PF अकाउंट नहीं खुला था, तो भी आप इस योजना के पात्र होंगे।
- कब तक मिलेगा लाभ? यह स्कीम 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 के बीच पहली बार नौकरी ज्वाइन करने वाले कर्मचारियों पर लागू होगी।
- कैसे मिलेगा पैसा? यह पैसा सीधा कर्मचारी के बैंक खाते में दो किस्तों में भेजा जाएगा। पहली किस्त 6 महीने की नौकरी पूरी होने के बाद और दूसरी किस्त 12 महीने की नौकरी पूरी होने के बाद दी जाएगी।
योजना का लाभ लेने के लिए क्या शर्तें हैं?
इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए कर्मचारियों और कंपनियों, दोनों को कुछ शर्तों का पालन करना होगा। हम आपको नीचे विस्तार से इन शर्तों के बारे में बता रहे हैं।
- कंपनी का EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के तहत पंजीकृत होना अनिवार्य है।
- जिन कंपनियों में 50 से कम कर्मचारी काम करते हैं, उन्हें इस स्कीम का लाभ लेने के लिए कम से कम 2 नए कर्मचारियों की नियुक्ति करनी होगी।
- जिन कंपनियों में 50 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं, उन्हें कम से कम 5 नए कर्मचारियों को नौकरी देनी होगी।
- योजना के तहत नियुक्त किए गए कर्मचारियों को संस्थान के साथ कम से कम 6 महीने तक काम करना अनिवार्य है।
आवेदन कैसे करें? जानिए पूरी प्रक्रिया
इस योजना की सबसे बड़ी खास बात यह है कि आपको लाभ लेने के लिए कहीं भी अलग से Online या Offline आवेदन करने की कोई जरूरत नहीं है। पूरी प्रक्रिया स्वचालित (Automatic) है।
जैसे ही आपकी पहली नौकरी लगेगी और कंपनी आपका PF अकाउंट खोलेगी, आपका डेटा अपने आप सरकारी पोर्टल पर इस स्कीम के लिए लॉक हो जाएगा। जब आपके PF अकाउंट में लगातार 6 महीने तक पैसा जमा हो जाएगा, तो सरकार द्वारा इंसेंटिव की पहली किस्त DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।